क्या एक गुमनाम पेंटर और बिज़नेस टायकून के प्यार का शोर दुनिया सुनेगी? ‘कॉफी हाउस’ का वो अजीब रिश्ता!
क्या एक-दूसरे से बिल्कुल अलग दुनिया के दो लोग, तकदीर के एक मोड़ पर मिल सकते हैं? क्या शांत कला […]
क्या एक-दूसरे से बिल्कुल अलग दुनिया के दो लोग, तकदीर के एक मोड़ पर मिल सकते हैं? क्या शांत कला […]
प्रस्तावना: प्यार जो कभी ख़त्म नहीं होता कहते हैं प्यार कभी अचानक नहीं आता, और शायद वो कभी जाता भी
सुबह के पाँच बजे थे। राजेश, शहर के सबसे कामयाब बिज़नेसमैन, आज मौत के बिस्तर पर थे। उनकी पत्नी प्रिया,
शहर आर्यन को ‘नवाब’ कहता था। लेकिन आर्यन के लिए दुनिया सिर्फ मायरा में सिमटी थी। सात साल का इंतज़ार
मेरा नाम मीरा है। मैं अपने बड़े भाई रोहन की लाडली छोटी बहन थी। उस उम्र में, जब ज़िंदगी एक
मेरा नाम प्रणीत है, और मैं हमेशा से प्यार को एक खेल समझता आया हूँ। लड़कियों के इमोशन के साथ
मेरा नाम विकास है, और मेरी कहानी मेरे गाँव की उन गलियों की है, जहाँ बचपन की दोस्ती ने कब
मेरा नाम काव्या है, और मेरी कहानी सुनकर शायद आप यकीन न कर पाएं कि कोई मुस्कुराता हुआ चेहरा अपने
रतनपुर की महकती शामों में जब सूरज ढलता था, तो अनिका की हँसी पूरे गाँव में गूंजती थी। वो सपनों