प्यार का राज़ और धोखा

बाबा का रहस्यमयी शाप

रामलाल का बंगला शहर का गौरव था। धन-दौलत, शान-शौकत, सब कुछ था, सिवाय एक संतान के। उनकी पत्नी माया मंदिरों के चक्कर काटती, मगर दस सालों में कोई चमत्कार न हुआ। एक दिन माया ने सुना कि एक बाबा, जिसके बारे में कहा जाता था कि वह भविष्य की किताब पढ़ लेता है, शहर में आए हैं। रामलाल को भरोसा न था, पर माया की जिद के आगे वह मान गए।

बाबा की गुफा-सी कुटिया में धुँआ और मंत्रों की गूँज थी। रामलाल और माया को देखते ही बाबा की आँखें चमकीं। “संतान माँगने आए हो,” उन्होंने बिना पूछे कहा। “तुम्हारे नसीब में औलाद नहीं, पर मेरे तप से यह हो सकता है। मगर सुनो, इस वरदान की कीमत भारी होगी। तुम्हारा सबसे प्यारा खो जाएगा, और तुम्हारा खून ही तुम्हारे घर को तबाह करेगा।” रामलाल का दिल धक् से रह गया। “कौन-सी कीमत? मेरा धन?” बाबा ने सिर्फ मुस्कुराकर कहा, “वक्त बताएगा।”

माया ने उपाय किया, और नौ महीने बाद बेटे रवि का जन्म हुआ। मगर उसी रात माया की साँसें थम गईं। रामलाल टूट गए, और बाबा की बात उनके दिमाग में चक्कर काटने लगी—खून ही घर को तबाह करेगा।

रवि का बिगड़ा रास्ता

रामलाल ने रवि को पाला, मगर व्यापार की चकाचौंध में वह बेटे को वक्त न दे सके। रवि बड़ा हुआ तो शराब, दोस्तों की संगत, और रात-रात भर की ऐश ने उसे बिगाड़ दिया। वह घर में नौकरों को हुकुम चलाता, और बंगले को जेल समझता। रामलाल को लगा, शादी उसे सुधार देगी। उन्होंने अपने दोस्त की बेटी, काजल, से रवि की शादी तय की। काजल गांव की सीधी-सादी, साहसी लड़की थी, जिसके लिए इज्जत और सच्चाई सब कुछ थी।

काजल और रीना का टकराव

शादी के बाद रवि ने काजल को ठुकरा दिया। “गंवार, मेरे लायक नहीं तू,” वह ताने मारता। काजल चुपके से घर संभालती रही, मगर उसका धैर्य जवाब देने लगा जब रीना, रवि की पुरानी दोस्त, बंगले में दाखिल हुई। रीना चालाक थी, उसकी आँखें रवि की दौलत पर थीं। वह काजल को नीचा दिखाती, “ये गांव वाली तेरे जैसी रईस को क्या समझेगी, रवि?”

एक रात, रीना ने काजल के कमरे में सांप छोड़ दिया। अंधेरे में काजल को सरसराहट सुनाई दी। उसने टॉर्च जलाई तो देखा—एक काला सांप उसकी चारपाई पर फन फैलाए था। काजल की चीख से बंगला गूँज उठा। रीना दौड़कर आई, नाटक करते हुए बोली, “काजल, तू पागल हो गई है! सांप कहाँ से आएगा?” मगर काजल ने नौकरों की मदद से सांप पकड़ा और रीना को ललकारा, “ये तेरा काम है, रीना। मेरे साथ खेलने की हिम्मत मत कर!”

रीना हक्की-बक्की रह गई। उसने रवि को भड़काया, “काजल मुझे बदनाम कर रही है। उसे निकाल दो!” मगर काजल ने चुपके से सीसीटीवी फुटेज चेक की। उसमें रीना का सच साफ था—वह सांप की पोटली लिए काजल के कमरे में घुसी थी। काजल ने रवि को सबूत दिखाए। रवि का दिल टूट गया। उसे बाबा की बात याद आई—खून ही घर को तबाह करेगा। क्या वह खुद अपने घर की बर्बादी का कारण था?

सच्चाई का उजाला

रवि ने रीना को बंगले से निकाल दिया। उसने काजल से माफी माँगी, “मैंने तुम्हें गलत समझा। तुमने मेरा घर बचाया।” काजल की आँखों में आँसू थे, मगर उसने कहा, “प्यार में धोखा नहीं, विश्वास चाहिए, रवि।” धीरे-धीरे दोनों के बीच सच्चा प्यार पनपने लगा। रामलाल की आत्मा को सुकून मिला, क्योंकि काजल ने बाबा के शाप को प्यार से तोड़ दिया।

निष्कर्ष

यह कहानी सिखाती है कि सच्चा प्यार हर धोखे और शाप को मात दे सकता है। काजल की हिम्मत और सच्चाई ने न केवल रवि को बदला, बल्कि एक टूटे परिवार को जोड़ा। सच्ची प्रेम कहानियाँ पढ़ने के लिए sachchilovestory.com पर जाएँ। क्या आप भी मानते हैं कि प्यार हर मुश्किल को हरा सकता है? अपनी राय कमेंट में बताएँ!

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top